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कैसे कुंडली दोषों या खामियों की पहचान कर सकती है?

  • Writer: Dr. Vinay Bajrangi
    Dr. Vinay Bajrangi
  • 1 hour ago
  • 4 min read
kundli dosh ko kaise dur kare
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भारतीय वैदिक ज्योतिष में कुंडली एक ऐसा माध्यम है जिससे व्यक्ति के जीवन के हर पहलू की गहराई से जानकारी मिलती है। यह जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के आधार पर तैयार की जाती है और व्यक्ति की मानसिकता, स्वास्थ्य, शिक्षा, विवाह, करियर, संतान, आर्थिक स्थिति, व आध्यात्मिक झुकाव तक को दर्शाती है।

लेकिन कुंडली केवल सकारात्मक पहलुओं को नहीं दिखाती। यह हमारे जीवन में आने वाली समस्याओं, रुकावटों और दोषों की पहचान भी करती है। इन दोषों की सही पहचान करके व्यक्ति समय रहते उपाय कर सकता है और अपने जीवन को बेहतर दिशा में मोड़ सकता है।


कुंडली में दोष क्या होते हैं?


कुंडली दोष उन ग्रह स्थितियों को कहा जाता है जो व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ये दोष कई प्रकार के होते हैं और हर दोष का जीवन के किसी न किसी क्षेत्र पर विशेष प्रभाव होता है।

कुछ प्रमुख कुंडली दोषों में शामिल हैं:

· मंगल दोष क्या है: जब मंगल ग्रह 1, 4, 7, 8 या 12वें भाव में स्थित हो, तो यह विवाह में देरी या तलाक जैसी समस्याएं ला सकता है।

· कालसर्प दोष की सच्चाई: जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, तो कालसर्प दोष बनता है, जो मानसिक चिंता, अचानक घटनाएं और बाधाएं देता है।

· पितृ दोष का असर और उपाय: पूर्वजों की आत्मा की अशांति या पितरों का ऋण इस दोष के रूप में प्रकट होता है। इससे संतान सुख, वैवाहिक जीवन और आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।

· नाड़ी दोष: विवाह के लिए दो कुंडलियों का मिलान करते समय यदि नाड़ी एक जैसी हो, तो यह दोष बनता है, जिससे वैवाहिक जीवन में तनाव या संतान संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

· शनि दोष: जब शनि अशुभ भावों में हो या पाप ग्रहों से दृष्ट हो, तो यह कैरियर, स्वास्थ्य भविष्यवाणी और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर डालता है।


कुंडली दोषों या खामियों की पहचान कैसे होती है?


1. ग्रहों की स्थिति और दृष्टि:

कुंडली में ग्रहों की स्थिति बहुत कुछ कहती है। यदि कोई ग्रह शत्रु भाव में हो, अस्त हो, या पाप ग्रहों की दृष्टि में हो, तो वह कमजोर माना जाता है और संबंधित क्षेत्र में परेशानी देता है।

उदाहरण:

· यदि जन्मकुंडली में मंगल 7वें भाव में हो और वह राहु से दृष्ट हो, तो मंगल दोष के कारण वैवाहिक जीवन में झगड़े हो सकते हैं।

· राहु और केतु यदि केद्र भावों में हों और अन्य ग्रह इनके बीच हों तो कालसर्प दोष बनता है।

2. भावों का विश्लेषण:

कुंडली के 12 भाव जीवन के अलग–अलग पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। किसी भाव में दोषपूर्ण ग्रह हो, या उस भाव का स्वामी नीच राशि में हो, तो वह क्षेत्र कमजोर हो जाता है।

उदाहरण:

· 5वां भाव संतान और बुद्धि का होता है। यदि इसमें शनि या राहु हो तो संतान संबंधी बाधाएं हो सकती हैं।

· 9वां भाव भाग्य का होता है। यदि इसमें पाप ग्रह हो या उसका स्वामी कमजोर हो तो व्यक्ति को जीवन में संघर्ष अधिक करना पड़ता है।

3. दशा और गोचर का प्रभाव:

जन्मकुंडली के दोष तभी प्रभावी होते हैं जब संबंधित ग्रहों की महादशा, अंतरदशा या गोचर (Transit) चल रही हो।

उदाहरण:

· यदि कुंडली में पितृ दोष हो और सूर्य या केतु की दशा चल रही हो, तो परिवार में कलह या स्वास्थ्य संबंधी समस्या आ सकती है।

4. शुभ योगों की अनुपस्थिति:

अगर किसी कुंडली में राज योग, धन योग, लक्ष्मी योग जैसे शुभ योग न हों, या वे दोषग्रस्त हों, तो भी जीवन में उन्नति में बाधा आती है।

यह भी एक तरह की “खामी” होती है, जिसे सही समय पर पहचाना और सुधारा जा सकता है।


कुंडली दोषों के उपाय क्या हैं?


कुंडली दोषों का मतलब ये नहीं है कि जीवन में सब कुछ नकारात्मक होगा। ज्योतिष उपायों के माध्यम से इन दोषों के असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके लिए निम्न उपाय किए जा सकते हैं:

· विशेष मंत्रों का जाप — जैसे हनुमान चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र, शनि स्तोत्र।

· व्रत और पूजन — ग्रहों की शांति के लिए उपवास, पूजा, विशेष अनुष्ठान।

· दान और सेवा — जैसे पितृ दोष के लिए गरीबों को भोजन कराना, शनि के लिए काले तिल दान करना।

· ज्योतिषीय सलाह से रत्न पहनना — गलत रत्न कभी न पहनें, हमेशा जन्म कुंडली विश्लेषण के बाद ही रत्न धारण करें।


निष्कर्ष:


कुंडली केवल भविष्य की घटनाओं को दर्शाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक चेतावनी संकेत है जो समय से पहले हमें सतर्क कर सकती है। यदि कुंडली में मंगल दोष, कालसर्प दोष, पितृ दोष या अन्य खामियाँ हों, तो इनकी समय पर पहचान और सही उपाय आपको जीवन की बड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं।

इसलिए यह ज़रूरी है कि आप अपनी जन्म कुंडली का गहराई से विश्लेषण करवाएं और जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाएं।


किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।


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