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कुंडली में व्यवसाय का योग है या नहीं, यह कैसे पता करें?

  • Writer: Dr. Vinay Bajrangi
    Dr. Vinay Bajrangi
  • Mar 22
  • 3 min read

kundali me business ka yog
kundali me business ka yog

जन्म कुंडली का विश्लेषण करके यह जाना जा सकता है कि किसी व्यक्ति के जीवन में व्यापार करने की संभावनाएँ अधिक हैं या नौकरी करने की। वित्तीय ज्योतिष के अनुसार, किसी व्यक्ति की कुंडली में व्यवसाय का योग विभिन्न ग्रहों और भावों की स्थिति से निर्धारित होता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि कुंडली अनुसार व्यापार का चयन कैसे किया जाए और इसमें सफलता प्राप्त करने के क्या उपाय हैं।


कुंडली में व्यवसाय योग की पहचान कैसे करें?


1. लग्न और दशम भाव की स्थिति:

व्यवसाय की संभावनाओं के लिए जन्म कुंडली में व्यवसाय देखने के लिए सबसे पहले लग्न और दशम भाव (10वां घर) का अध्ययन किया जाता है। यदि इन भावों में मजबूत ग्रह स्थित हों, तो व्यक्ति व्यवसाय में सफल हो सकता है।


2. सप्तम भाव और व्यापार:

कुंडली में व्यवसाय की पहचान के लिए सप्तम भाव (7वां घर) भी महत्वपूर्ण होता है। यदि यह भाव मजबूत हो और शुभ ग्रहों की दृष्टि हो, तो व्यक्ति को व्यापार में लाभ मिल सकता है।


3. ग्रहों की भूमिका:

· बुध: व्यापार और बुद्धिमत्ता का कारक ग्रह है। यदि बुध मजबूत स्थिति में हो, तो व्यापारिक निर्णय सही होते हैं।

· शुक्र: यह विलासिता और लाभ का ग्रह है, जो व्यापार में सफलता दिला सकता है।

· राहु और केतु: यदि ये ग्रह दशम या सप्तम भाव में शुभ स्थिति में हों, तो व्यक्ति को व्यवसाय में लाभ हो सकता है।

· शनि: यह ग्रह स्थिरता और परिश्रम का प्रतीक है। यदि यह दशम भाव में मजबूत हो, तो व्यक्ति दीर्घकालिक व्यापार में सफलता प्राप्त कर सकता है।

· गुरु (बृहस्पति): ज्ञान, नैतिकता और वित्त का कारक ग्रह है। यदि यह अनुकूल हो तो व्यवसाय में निरंतर वृद्धि होती है।


4. जन्म तिथि के अनुसार वित्तीय भविष्यवाणी:

जन्म तिथि के अनुसार वित्तीय भविष्यवाणी करने के लिए दशाओं और गोचर ग्रहों का अध्ययन किया जाता है। किसी व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति यह तय करती है कि उसे व्यापार में सफलता मिलेगी या नहीं।


कौन–सा व्यापार करें?


1. कुंडली अनुसार व्यापार का चयन:

व्यक्ति की कुंडली अनुसार बिजनेस में सफलता निम्नलिखित ग्रहों से तय किए जा सकते हैं:

· बुध प्रधान व्यक्ति: शिक्षा, लेखन, संचार, मार्केटिंग और व्यापार

· शुक्र प्रधान व्यक्ति: फैशन, सौंदर्य प्रसाधन, कला, फिल्म और मनोरंजन

· मंगल प्रधान व्यक्ति: रियल एस्टेट, मशीनरी, टेक्नोलॉजी, खेल और सुरक्षा

· शनि प्रधान व्यक्ति: लौह उद्योग, निर्माण, तेल, पेट्रोलियम, खनन और अनुशासन आधारित कार्य

· गुरु प्रधान व्यक्ति: शिक्षा, वित्तीय सलाह, धार्मिक और परामर्श सेवाएँ


2. व्यवसाय का नाम जन्म कुंडली के अनुसार:

व्यक्ति के मूलांक और राशि के आधार पर उसके व्यवसाय का नाम रखना शुभ माना जाता है। इससे व्यापार में स्थिरता और वृद्धि के योग बनते हैं।


कुंडली से व्यापार में सफलता कैसे प्राप्त करें?


· सही वित्त ज्योतिष उपाय अपनाएं, जैसे कि व्यापारिक सफलता के लिए विशेष रत्न धारण करें।

· सही मुहूर्त में व्यापार शुरू करें।

· ग्रहों की दशा अनुसार व्यापार में बदलाव करें।

· नकारात्मक ग्रहों की शांति के लिए उपाय करें।

· व्यवसायिक स्थल पर वास्तु नियमों का पालन करें।

· नियमित रूप से देवी–देवताओं की पूजा और मंत्र जाप करें।


व्यवसाय के लिए विशेष उपाय:


1. बुध मजबूत करने के लिए — पन्ना रत्न धारण करें और बुधवार को गणपति जी की पूजा करें।

2. शुक्र मजबूत करने के लिए — हीरा या ओपल धारण करें और शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का पूजन करें।

3. शनि से अनुकूलता पाने के लिए — नीलम धारण करें और शनिवार को शनि देव की पूजा करें।

4. राहु–केतु के दोष निवारण के लिए — महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और राहु–केतु के लिए उपाय करें।


निष्कर्ष:


अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में व्यवसाय का योग है या नहीं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें। प्रसिद्ध ज्योतिषी Dr Vinay Bajrangi इस विषय में गहरी जानकारी रखते हैं और आपकी वित्तीय ज्योतिष से जुड़ी सभी शंकाओं का समाधान कर सकते हैं।


यदि आप भी अपने लिए सही व्यवसाय का चयन करना चाहते हैं, तो अपनी कुंडली अनुसार व्यापार का चयन करें और सफलता की ओर बढ़ें।


किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।


 
 
 

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